इस उपाय से प्रदूषित इलाकों में भी घट सकता है दिल के दौरे का खतरा

इस उपाय से प्रदूषित इलाकों में भी घट सकता है दिल के दौरे का खतरा

सेहतराग टीम

गौरतलब है कि चिकित्‍सक 40 पार की उम्र के बाद लोगों को अनिवार्य रूप से रोजाना 30 मिनट से अधिक कार्डियक एक्‍सरसाइज करने की सलाह देते हैं। इससे न सिर्फ हृदय को स्‍वस्‍थ रखने में सहायता मिलती है बल्कि ब्‍लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी रोग आदि न जाने कितनी बीमारियों को दूर रखा जा सकता है।

अब एक अघ्‍ययन ने साबित किया है कि रोजाना व्यायाम करने वाले लोगों में यातायात से होने वाले प्रदूषण के मध्यम से लेकर उच्च स्तर वाले इलाकों में रहने के बावजूद दिल के दौरे का खतरा कम हो सकता है।

डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय की शोध छात्रा नाडिन कुबेश ने कहा, ‘ जहां यह बात पता है कि व्यायाम से हृदय संबंधी रोगों का खतरा कम हो जाता है, प्रदूषण से दिल के दौरे, दमा और फेफड़े की पुरानी बीमारियों सहित हृदय संबंधी रोगों का खतरा बढ़ सकता है।’

‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन’ में प्रकाशित हुए अध्ययन में मुख्य भूमिका निभाने वाली कुबेश ने कहा, ‘ इस समय इस संबंध में बहुत कम आंकड़े मौजूद हैं जिनसे पता चले कि क्या दिल के दौरे को रोकने में शारीरिक गतिविधि के लाभ खराब वायु गुणवत्ता से प्रभावित होते हैं।’

डेनमार्क, जर्मनी और स्पेन के शोधकर्ताओं ने 50 से 65 साल की उम्र के 51,868 वयस्कों में खेलकूद, साइकिलिंग, टहलने आदि और प्रदूषण के संपर्क के बीच संबंधों का निरीक्षण किया।

अध्ययन में पता चला कि प्रदूषण के ऊंचे स्तर का दिल के दौरे से संबंध है लेकिन यह खतरा व्यायाम करने वाले लोगों में कम था।

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